आर सी ब्यूरो। बसपा प्रमुख मायावती ने बुधवार को कहा कि हिंसा की हालिया घटनाओं के बाद राजस्थान, मध्य प्रदेश और गुजरात की सरकारों द्वारा की गई कार्रवाई, जिसने इन राज्यों में शांति और सौहार्द बिगाड़ा, "अनुचित" थी।
राजस्थान के करौली में 2 अप्रैल को हिंदू नव वर्ष पर एक बाइक रैली में पथराव के बाद हिंसा भड़क गई, जिसमें 35 लोग घायल हो गए। गुजरात के हिम्मतनगर और मध्य प्रदेश के खरगोन में 10 अप्रैल को रामनवमी पर पथराव और झड़प के बाद कर्फ्यू लगा दिया गया था।
"जिस तरह से हिंसा की ये घटनाएं हुईं, राजस्थान, मध्य प्रदेश और गुजरात में शांति और सद्भाव को भंग करना, (राज्य) सरकारों द्वारा शुरू की गई कार्रवाई प्रथम दृष्टया प्रतिशोधी प्रतीत होती है। यह एक अनुचित कदम है। क्या इस तरह के उदाहरण एक नया भारत प्रस्तुत करेंगे?" मायावती ने हिंदी में एक ट्वीट में कहा।
उन्होंने भाजपा नीत उत्तर प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, "पुलिस और सरकार अपराध नियंत्रण और कानून व्यवस्था के नाम पर न्यायपालिका की अनदेखी कर काम कर रही है।"
यह न केवल दुर्भावनापूर्ण है बल्कि कानून के शासन का भी मजाक है। बसपा प्रमुख ने ट्वीट किया कि कानून के शासन के लिए सजा कानूनी प्रक्रिया के अनुसार होनी चाहिए और यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि यह मनमानी न हो।