आर सी ब्यूरो, मुंबई। गंभीर वित्तीय संकट से जूझ रहे निजी विमानन कंपनी जेट एयरवेज ने देश के सबसे बड़े कर्जदाता भारतीय स्टेट बैंक ( एसबीआई ) से 1500 करोड़ रुपये का छोटी अवधि का कर्ज माँगा है। एक सूत्र ने बताया कि कंपनी इस रकम का उपयोग परिचालन जरूरतों के अलावा कुछ कर्ज के भुगतान में करना चाहती है। सूत्र ने यह भी कहा कि जेट एयरवेज की रणनीतिक साझेदार एतिहाद इस कर्ज की गारंटी दे सकती है। वर्तमान में जेट एयरवेज में एतिहाद की 24 फीसद हिस्सेदारी है।
दिलचस्प यह है कि जेट ने एसबीआई से कर्ज की मांग ऐसे वक्त में की है, जब एक ऑडिट सलाहकार कंपनी ईएंडवाई उसके खातों की फॉरेंसिक ऑडिट कर रही है। इस ऑडिट का आदेश भी एसबीआई ने ही दिया है जो यह जानना चाहता है की एयरलाइन के खातों में कोई वित्तीय अनियमितता है या नहीं। जेट एयरवेज के एक सूत्र ने कहा कि कंपनी एसबीआई से 1500 करोड़ रुपये का कर्ज हासिल करने सम्बन्धी बातचीत कर रही है। लेकिन इस पर अंतिम फैसले में अभी वक्त लग सकता है। हालांकि एसबीआई के प्रवक्ता इस पर टिप्पणी करने से यह कहकर इनकार कर दिया कि बैंक किसी एक खाते और उसे मिल रही सुविधाओं के बारे में बात नहीं करता है। वहीं, जेट एयरवेज के प्रवक्ता ने जवाब नहीं दिया, जबकि एतिहाद एयरवेज के प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी अफवाहों या अनुमान पर टिप्पणी नहीं करती है। यह भी कहा जा रहा है की कंपनी के प्रमोटर नरेश गोयल इसमें ऐसे तरीके से पूँजी निवेश चाहते हैं कि कंपनी पर उनका मालिकाना हक ख़त्म नहीं हो। पूँजी जुटाने के लिए ही कंपनी ने टाटा ग्रुप से भी प्रारंभिक स्तर की बातचीत की थी। लेकिन यह बातचीत अंजाम तक नहीं पहुँच पाई। गौरतलब है कि इस वर्ष सितम्बर के आखिर में जेट एयरवेज पर 8,052 करोड़ रुपये का कर्ज था।